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परम पूज्य गुरुदेव खरतरगच्छाधिपति आचार्य भगवंत श्रीमद् जिनमणिप्रभ सूरिश्वर जी म सा के मार्गदर्शन एवं आचार्य भगवन्त श्री मनोज्ञसूरिश्वर जी म सा को प्राप्त दैवीय संकेतों के अनुरूप प्रेरणा से एवं अनेक आचार्य - उपाध्याय - साधु साध्वी भगवंत की पावन निश्रा में श्री जैन ट्रस्ट जैसलमेर और अखिल भारतीय खरतरगच्छ प्रतिनिधि महासभा के संयुक्त तत्वावधान में निम्न आयोजन होना निश्चित किया गया है :-
दिनांक 1 से 5 मार्च 2026
खत्तरगच्छ साधु साध्वी सम्मेलन
दिनांक 6 से 8 मार्च 2026
चादर महोत्सव अनुष्ठान जैसलमेर
दादा गुरुदेव जिनदत्त सूरि की 871 साल पुरानी चादर के दर्शन मार्च 2026 में जैसलमेर में होंगे। यह भव्य चादर महोत्सव 6 से 8 मार्च तक जैसलमेर की स्वर्ण नगरी में आयोजित किया जाएगा। इस आयोजन में देशभर से करीब 30 हजार जैन धर्मावलंबी शामिल होंगे। जयपुर के गलता गेट स्थित अरिहंत वाटिका में रविवार को साध्वी मणिप्रभा की उपस्थिति में महोत्सव की तैयारियों को लेकर बैठक हुई। साध्वी मणिप्रभा ने बताया कि महोत्सव जैसलमेर के मरु मेला मैदान के पास 150 बीघा क्षेत्र में होगा, जो शहर से दो किलोमीटर दूर राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे स्थित है। आयोजन में आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत को मुख्य अतिथि बनाने की योजना है। जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ संघ के प्रकाश चंद लोढ़ा ने बताया कि प्रथम दादा गुरुदेव ने करीब 145 साल पहले जैसलमेर में फैली महामारी के दौरान चादर का छिड़काव कर रोग को समाप्त किया था।
जैसलमेर में आगामी 6, 7 व 8 मार्च 2026 को एक भव्य आयोजन समायोजित है । समारोह का हेतु अनूठा, अपूर्व व अद्भुत है ।
हमारा सौभाग्य है कि हमारे पास एक ऐसी अनमोल विरासत व पूंजी है, जिसका कोई मोल नहीं किया जा सकता ।
हमारे पास वह चादर है, जिसे धारण करके प्रथम दादा गुरूदेव श्री जिनदत्तसूरि ने सूरि मंत्र की साधना की थी, संयम जीवन जीया थ। वो चादर जिसे गुरूदेव ने अपने अन्तिम समय में ओढी थी। जो गुरूदेव के अग्निसंस्कार के समय जली नहीं थी ।
एक चमत्कार हुआ था वि. सं. 1211 आषाढ सुदि 11 के दिन ! अन्तिम समय की ओढी चादर जलने से रह गई थी ।
काया जली, पर चादर बच गई।
वो चादर दादा गुरूदेव के द्वारा श्री संघ को, हमको दिया गया अनूठा अकल्पित उपहार है। उर्जा से परिपूर्ण इस चादर की भक्ति पूर्ण विशिष्ट पूजा का अवसर हमारे आंगन में उपस्थित हुआ ह ।।
इसे बधाना है । साधु साध्वियों श्रावक श्राविकाओं की विशाल उपस्थिति में इस गौरव का अनुभव करना है ।
इस पल का साक्षी बनना है ।
सभी को इस पावन अवसर पर उपस्थित होने का संकल्प करना है ।
इस उत्सव -विधान को अपना तन, मन व धन समर्पित करना है ।
परम पूज्य साधु भगवन्तं श्री मनोज्ञ सागर जी महारासा को सन् 2016 में दादागुरुदेव ने आभास कराया चादर महोत्सव अनुष्ठान हेतु फिर सन् 2023 में पुनः उन्हें आभास हुआ तथा संजोग से उसी समय श्री जैसलमेर लौद्रवपुर पार्श्वनाथ जैन श्वेताम्बर ट्रस्ट जैसलमेर की ट्रस्ट सभा जैसलमेर में चल रही थी। ट्रस्टी जो उस समय उपस्थित थे। ब्रहमसर उद्धारक गुरुदेव प पू श्री मनोज्ञ सागर जी महारासा से मिलने ब्रहमसर पहुंचे। गुरुदेव ने अपनी बात कही ट्रस्ट मंडल के लिए इससे बड़ी सौभाग्य की बात क्या हो सकती थी उन्होंने अपनी स्वीकृति प्रदान की। इसके पश्चात परम पूज्य खरत्तगच्छाधिपति आचार्य श्री मणिप्रभसुरी जी म. सा. ने स्वीकृति प्रदान की एवं अपना आशीर्वाद प्रदान किया।
2024 फरवरी में प पू गुरुदेव बंगलोर में विराजमान थे। श्री मंगल प्रभात जी सा लोढ़ा मुम्बई चेयरमैन श्री तेजराज जी सा गोलछा बंगलोर संयोजक श्री महेन्द्र सिंह जी सा भंसाली (जैसलमेर ट्रस्ट अध्यक्ष) जोधपुर समायोजक श्री पदमचंद जी सा टांटिया चेन्नई मंत्री नियुक्त कर भव्य चादर महोत्सव कार्यक्रम बनाने की जिम्मेदारी प्रदान की। इसी चादर महोत्सव का चमत्कार 2024 में अजमेर दादाबाड़ी के रूप में देखने को मिला। यह उन्हीं दादा गुरुदेव श्री जिनदत्तसूरी म. सा. के चादर एवं चोलपट्टा है ।
जो अजमेर में 871 साल पूर्व अग्नि संस्कार में भी सुरक्षित रहें। हमारा सौभाग्य है हम सबको इस जीवन काल में यह स्वर्णिमक्षण देखने का सौभाग्य मिल रहा है। दिनांक 1 से 5 मार्च 2026 साधु साध्वी भगवन्तं सम्मेलन तथा 6 मार्च से 8 मार्च 2026 चादर महोत्सव अनुष्ठान जैसलमेर में होने जा रहा है। तन मन धन से जुड़ एवं जोड़ कर जीवन को सौभाग्यशाली बनायें।
श्री जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ समुदाय के प्रथम दादा गुरुदेव श्री जिनदत्त सुरीश्वर के 871 वर्ष पुराने अग्निसंस्कार में नहीं जलने वाले चादर, चोलपट्टा और मुंहपत्ती का चादर महोत्सव 6 से 8 मार्च 2026 को स्वर्ण नगरी जैसलमेर में आयोजित किया जा रहा है। इसमें देशभर में फैले करीब 30 हजार भक्त हिस्सा लेंगे।
आयोजन को सफल बनाने के लिए चादर महोत्सव आयोजन समिति के सदस्यों की रविवार को गलता गेट के पास स्थित अरिहंत वाटिका, मोहनबाड़ी पर देश की पहली बैठक हुई।
बैठक को संबोधित करते हुए साध्वी मणिप्रभाश्रीजी म. सा. ने कहा कि चादर महोत्सव प्रथम दादा गुरुदेव श्री जिनदत्त सुरीश्वर के प्रति श्रद्धा रखने वाले सभी जैन व अजैन श्रद्धालुओं का संयुक्त आयोजन है ।
इसकी सफलता के लिए उत्साह का भाव व समन्वय रखें, उत्सव के रूप में मनाए । चादर महोत्सव सामान्य बात नहीं है। महोत्सव के आयोजन के लिए वर्ष 2015-16 में खरतरगच्छाचार्य श्रीजिनमनोज्ञसूरि म.सा. को स्वप्न में संकेत मिले थे, जिसकी चर्चा खरतर गच्छाधिपति आचार्य श्री जिन मणिप्रभ सूरीश्वर जी म.सा. से होने के बाद उन्हीं की निश्रा में आगामी 6 से 8 मार्च को जैसलमेर में महोत्सव का आयोजन तय हुआ है।
चादर महोत्सव आयोजन समिति के मंत्री पदम कुमार टाटिया और संयोजक तेजराज गुलेच्छा ने कहा कि महोत्सव का उद्देश्य विश्व शांति के लिए प्रयास करना है । कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत को आमंत्रित करने का प्रयास किया जाएगा।
श्री जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ संघ, जयपुर के प्रकाशचंद लोढ़ा ने कहा कि चादर महोत्सव में आने वाले श्रद्धालुओं को जैसलमेर में स्थित प्राचीन जैन ज्ञान भंडार, लोद्रवा पार्श्वनाथ तीर्थ, अमर सागर तीर्थ, ब्रह्मासर तीर्थ के दर्शन वंदन का लाभ भी मिल सकेगा।
सादर जय जिनेन्द्र
जैसलमेर की प्रसिद्धि प्राचीन तीर्थ स्थल के रुप में जग विख्यात है। यहाँ पर स्थित श्रीजिनभद्रसूरि ज्ञान भंडार में शताधिक वर्षों से संरक्षित प्रथम दादा गुरुदेव श्री जिनदत्त सूरि जी महाराज के चोलपट्टा, चादर व मुँहपत्ती ने इस तीर्थ के गौरव को द्विगुणित कर दिया है।
ऐसे गौरवशाली प्राचीन नगर जैसलमेर में चादर महोत्सव का आयोजन दिनांक 6 मार्च से 8 मार्च 2026 की अवधि में किया जा रहा है। इससे दादा गुरुदेव के भक्तों को श्रद्धा व भक्ति के साथ कृतज्ञता प्रकट करने का परम पुनीत अवसर मिलेगा । अतः इस सुअवसर पर आप सबको तो सपरिवार पधारना ही है साथ ही अधिक से अधिक गुरुभक्तों को जैसलमेर आने के लिए प्रेरित भी करना है।
चादर महोत्सव में हजारों गुरुभक्त पधारेंगे। अतः अपनी मातृभूमि में गुरुभक्तों की साधर्मिक भक्ति करने का यह सुवर्ण अवसर आप सभी को प्राप्त होगा ।
इस आयोजन में तन मन धन से अधिक से अधिक सहयोग करने का भाव भी बनाएँ ।
द्रव्य सहयोग की योजना इस प्रकार है :
1. हीरक स्तंभ 11,07,000/=
2. रत्न स्तंभ 5,04,000/=
3 स्वर्ण स्तंभ 2,07,000/=
4 रजत स्तंभ 1,08,000/=
चादर महोत्सव 2026 हेतु बैंक खाता -
Account Name - Shri Jaisalmer Laudarupur Parshavnath Jain Swetambar
Trust
A/C No. - 2501229478745551
IFSC Code- AUBL0002294
Bank / Branch - AU Small Finance Bank, Shiv Road, Jaisalmer
निवेदक समायोजक
महेंद्रसिंह भंसाली
चादर महोत्सव समिति, जैसलमेर
Eastern zone
Sri Kamal Singh Ji Sa Rampuria
Sri Kanti lal ji Sa Mukim
Sri Sushil Chand Ji Sa Raisurana
Sri Bimal Chand ji sa Mahimwal
Sri Vijay Raj Ji Sa Lodha
Sri Ajay Kumar ji Sa Bothra
Sri Sunil Kumar Ji Sa Choraria
Sri Roop Chand ji sa Sawansukha
Sri Gyan Chand ji Sa Dugar
Sri Chandra Kumar Kochar (Kolkata)
Sri Manik Chand ji sa Dugar
Sri Vikash Ji Sa Chhajer
Sri Dilip Kumar Ji Sa Kundalia
Sri Kishore Kumar Ji Sa Bablu Bhai) Sethia
Sri Manish Kumar Ji Sa Lonawat
Eastern Zone (पूर्वी क्षेत्र) Trustee (सम्पर्क सूत्र) -
Chand Mal Jindani - 98316 32636
Bimal Kumar Mehta - 8100142945*
Raj Kumar Gandhi - 9038777707
पारस कुमार गांधी (अध्यक्ष)
जेठमल जैन (बागचार) (मंत्री)
अध्यक्ष - महेंद्रसिंह भंसाली
श्री जैसलमेर लौद्रवपुर पार्श्वनाथ जैन श्वेताम्बर ट्रस्ट जैसलमेर
Chadar Mahotsav Brochure 2026 (pdf)
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